अध्याय 20 चिट्ठी

चिट्ठी में है मन का प्यार
चिट्ठी है घर का अखबार
इस में सुख-दुख की हैं बातें
प्यार भरी इस में सौगातें
कितने दिन कितनी ही रातें
तय कर आई मीलों पार।

यह आई मम्मी की चिट्ठी
लिखा उन्होंने प्यारी किट्टी
मेहनत से तुम पढ़ना बेटी
पढ़-लिखकर होगी होशियार।
पापा पोस्ट कार्ड लिखते हैं।
घने-घने अक्षर दिखते हैं।

जब आता है बड़ा लिफाफा
समझो चाचा का उपहार।
छोटा-सा कागज़ बिन पैर
करता दुनिया भर की सैर
नए-नए संदेश सुनाकर
जोड़ रहा है दिल के तार।

प्रकाश मनु

अभ्यास

शब्दार्थ

चिट्ठी - पत्र, खत होशियार - चतुर, चालाक
सौगात - उपहार उपहार - भेंट
अखबार - समाचार पत्र संदेश - विशेष खबर
लिफाफा - कागज़ की थैली जिसमें रखकर पत्र भेजा जाता है

भावार्थ
चिट्ठी में मन का प्यार है। वह घर का अखबार भी है। इसमें सुख-दुख की बातें और प्यार भरी सौगातें होती हैं। चिट्ठी मीलों दूर पहुँच जाती है। मम्मी की चिट्री आई है। उन्होंने लिखा है कि प्यारी बिटिया किट्टी तुम मेहनत से पढ़ना-लिखना। पढ़-लिखकर तुम होशियार हो जाओगी। पापा पोस्टकार्ड में घर भर की बातें लिखकर भेजते हैं। जब बड़ा लिफाफा आता है तो समझो चाचा का उपहार आ गया। छोटा-सा कागज़ बिना हाथ पैर के दुनिया की सैर करता है। नए-नए संदेश सुनाकर चिट्ठी दिल के तारों को जोड़ती है।

1. कविता की पंक्तियाँ पूरी करो

  1. चिट्ठी में है मन का प्यार $………………………….$

  2. मेहनत से तुम पढ़ना बेटी $………………………….$

  3. छोटा-सा कागज़ बिन पैर $………………………….$

2. समान अर्थवाले शब्दों को रेखा खींचकर मिलाओ

मेहनत भ्रमण
सैर भेंट
होशियार परिश्रम
सौगात चतुर
पत्र चिट्ठी

3. निम्नलिखित शब्दों का अपने वाक्यों में प्रयोग करो

सैर $………………………….$
संदेश $………………………….$
उपहार $………………………….$

4. कविता के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो

  1. चिट्ठी को घर का अखबार क्यों कहा गया है?

  2. चिट्ठी बिना पैर, दुनिया की सैर कैसे कर लेती है?

  3. मम्मी ने चिट्ठी में क्या लिखा है?



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