मैग्नेटीकरण, चुंबकत्व और पदार्थ विषय

टॉपर्स के विस्तृत नोट्स

विषय: एटॉम की संरचना

संदर्भ: एनसीईआरटी कक्षा 11 रसायन विज्ञान, अध्याय 2

नोट्स:

  • जॉन डल्टन का परमाणु सिद्धांत:

  • पदार्थ अणु से मिलकर बनी हुई बहुत छोटी अविभाज्य कणे होती हैं।

  • एक दिए गए तत्व के सभी अणु भार और अन्य गुणों में एक जैसी होती हैं।

  • अलग-अलग तत्वों के अणु अलग भार और गुणों होते हैं।

  • अणु आपस में मिलकर यौगिक बना सकते हैं।

  • उपपरमाणुकीय कणें:

    • प्रोटॉन: परमाणुकीय नाभिक में पाए जाने वाले सकारात्मक द्वारा प्रदर्शित होते हैं। उनकी संख्या का प्रतिनिधित्व (पी) द्वारा किया जाता हैं।
    • न्यूट्रॉन: परमाणुकीय नाभिक में पाए जाने वाले नेत्रत्वहीन कणे होते हैं। उनकी संख्या का प्रतिनिधित्व (न) द्वारा किया जाता हैं।
    • इलेक्ट्रॉन: परमाणुकीय नाभिक के चारों ओर परिभ्रमन करने वाले नकारात्मक द्वारा प्रदर्शित होते हैं। उनकी संख्या का प्रतिनिधित्व (ई) द्वारा किया जाता हैं।
  • परमाणु संख्या (ज़):

  • एक अणु में प्रोटॉनों की संख्या को परमाणु संख्या कहा जाता हैं।

  • यह हर तत्व के लिए अद्वितीय होता हैं और इसे आवर्ती सारणी में उसकी स्थिति तय करता हैं।

  • भार संख्या (ए):

    • अणु के नाभिक में प्रोटॉनों और न्यूट्रॉनों की कुल संख्या को उसकी भार संख्या कहा जाता हैं।
    • इसे परमाणुमान के बराबरी के रूप में लिया जा सकता हैं.

उदाहरण और स्पष्टीकरण:

  • ({17}Cl^{35}) और ({17}Cl^{37}) क्लोरिन के आइसोटोप को प्रतिष्ठित करते हैं।
  • दोनों में 17 प्रोटॉन होते हैं लेकिन न्यूट्रॉनों की अलग-अलग संख्याएं होती हैं।
  • उनकी समान परमाणु संख्या (ज़=17) होने के कारण वे दोनों क्लोरिन अणु होते हैं।

विषय: रासायनिक बन्ध

संदर्भ: एनसीईआरटी कक्षा 11 रसायन विज्ञान, अध्याय 4

नोट्स:

  • रासायनिक बन्ध: पदार्थों को एक साथ मिलाकर यौगिक बनाने वाला बल।

  • रासायनिक बन्ध के प्रकार:

  • आयनिक बन्ध: एक अणु से दूसरे अणु में इलेक्ट्रॉनों के स्थानांतरण द्वारा बनता हैं, जिससे विपरीत चार्ज वाले आयों का उत्पादन होता हैं।

  • सहसंयोजनीय बन्धन: अणुओं के बीच इलेक्ट्रॉनों के साझा करने द्वारा बनता हैं।

  • धातुवीय बन्धन: धातुओं के सकारात्मक चार्ज वाले धातु आयों और चारों ओर मोबाइल इलेक्ट्रॉन्स के बीच आकर्षण द्वारा बनता हैं।

  • लुईस डॉट संरचनाएं:

    • पदार्थों के प्रतीकों के चारों ओर डॉट्स के बजाए अपने प्रतीक के माध्यम से अणुओं की वेलेंस इलेक्ट्रॉन्स को प्रदर्शित करती हैं।
    • अणुओं के बीच बनने वाले बन्ध के प्रकार की पूर्वानुमान करने के लिए उपयोगी होती हैं।

उदाहरण और स्पष्टीकरण:

  • सोडियम क्लोराइड (NaCl) में, सोडियम को क्लोरीन को इलेक्ट्रॉन हार देते हुए बनाया जाता हैं जिससे एनायों Na+ और Cl- आयों का मिलाप होता हैं जो कि आयनिक बन्ध से संबंधित होता हैं।
  • मेधान (CH4) में, हर कार्बन अणु चार हाइड्रोजन अणुओं के साथ चार इलेक्ट्रॉन्स साझा करता हैं जिससे चार सहसंयोजनीय बन्ध बनते हैं।

विषय: थर्मोडायनामिक्स

संदर्भ: एनसीईआरटी कक्षा 12 रसायन विज्ञान, अध्याय 5

नोट्स:

  • थर्मोडायनामिक्स:

    • ऊष्मा और इसके अन्य रूपों के साथ कीटाणु संबंधित अवधारणाओं का अध्ययन।
  • रासायनिक प्रतिक्रियाओं, अवस्था परिवर्तनों, और अन्य भौतिक प्रक्रियाओं के दौरान ऊष्मा परिवर्तनों के आगमन के बारे में संबंधित होती हैं।

  • थर्मोडायनामिक्स के तीनता ह:

  • प्रथम नीमा: ऊष्मा की स्थापना या नष्ट हो सकती हैं, केवल स्थानांतरित या भिन्न रूप में हो सकती हैं।

  • द्वितीय नीमा: किसी भी स्वेच्छिक प्रक्रिया में, असत्य, हमेशा बढ़ती होती हैं।

  • तृतीय नीमा: जब तापमान निरपेक्षता करीब आधिकारिक शून्य को छूता हैं, तो एक संपूर्ण स्फटिक के ऊष्मा शून्य को छूती हैं।

उदाहरण और स्पष्टीकरण:

  • जब एक ईंधन जलता है, तो उसकी रासायनिक ऊर्जा को गर्मी की ऊर्जा और प्रकाश की ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है।
  • एक फ़्रीज में, ऊर्जा को भीतर से बाहर में स्थानांतरित किया जाता है, जिससे अंतरिक्ष को ठंडा किया जाता है।

विषय: कार्बन यौगिक

संदर्भ: एनसीईआरटी कक्षा 11 रसायन विज्ञान, अध्याय 13

टिप्पणियाँ:

  • कार्बन यौगिक:

    • कार्बन अणुओं को समरूपता देने वाले अणुजगत रसायनिक यौगिक।
    • जीवन के लिए विविध और आवश्यक होते हैं, इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, लिपिड और न्यूक्लिक एसिड शामिल हैं।
  • कार्यात्मक समूह:

    • कार्बन यौगिकों के भीतर अणुओं के विशेष व्यवस्थान जो उन्हें विशेष गुणों प्रदान करती हैं।
    • उदाहरण में शामिल हैं:
    • हाइड्रॉक्सिल (-OH)
    • कार्बोनिल (C=O)
    • ऐमिनो (-NH2)
    • कार्बोक्सिलिक एसिड (-COOH)

उदाहरण और स्पष्टीकरण:

  • इथेनॉल में हाइड्रॉक्सिल समूह होता है, जिसके कारण इसकी पानी में विघटित होने और अन्य यौगिकों के साथ प्रतिक्रिया करने की क्षमता होती है।
  • प्रोटीन में ऐमिनो एसिड होते हैं, जो एक साथ मजबूत बंधनों द्वारा लंबी श्रृंखला बनाने के लिए संयोजित होते हैं।