शीर्षक: नीट टॉपर से नोट्स

व्रत काल: रात्रि में, जब आर्द्रता उच्च और तापमान शीतल होता है, तो स्टोमाटा रात्रि में खुलता है (Co2 को कैप्चर करने के लिए)। Co2 संकरण के लिए फाफीनोपायरुवेट (PEP) के साथ एंजाइम PEPकार्बोक्सिलेस के मौजूदगी में मिलकर चार कार्बनी यौगिक, Oxaloacetic एसिड (OAA) बनाता है। Oxaloacetic अम्ल को आगे में बदलकर वक्यूलों में संग्रहीत करके रात्रि में क्लोरोप्लास्ट के लिए संचित किया जाता है। दिन का समय: स्टोमाटा बंद रहता है और कोई वायुमान विनिमय नहीं होता है। मैलिक अम्ल वक्यूलों से स्ट्रोमा में पहुंचाया जाता है जहां इसे डिकार्बोक्सिलेट किया जाता है और Co2 विमुक्त होता है। अंततः, यह Co2 कैल्विन चक्र में प्रवेश कर अक्सर कार्बन संशोधन पूरा करता है। एंजाइम रुबिस्को के चारों ओर Co2 की घनता प्रभावी कार्बन संशोधन सुनिश्चित करती है। फोटोसंश्लेषण प्रभावित करने वाले कारक: आंतरिक और बाह्य कारक दोनों फोटोसंश्लेषण की दर पर प्रभाव डालते हैं। फोटोसंश्लेषण प्रक्रिया पर बहुत सारे कारक प्रभाव डालते हैं, लेकिन प्रक्रिया की दर आमतौर पर केवल एक मुख्य कारक द्वारा निर्धारित की जाती है, जो एक उप-श्रेष्ठ स्तर पर मौजूद होता है।



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