नीट टॉपर से नोट्स

प्रारंभिक प्रयोग:

  1. जोसेफ प्रीस्टली (1733-1804): 1770 में एक श्रृंगार क्रियाएं की जो वनस्पतियों के विकास में हवा की महत्वपूर्ण भूमिका का पता लगाने में सहायक रहे। प्रीस्टली ने सोचा था कि पौधे वह हवा वस्तु को पुनः बनाते हैं जो सांस लेने वाले जीवों और जलती हुई मोमबत्ती के द्वारा सेवित हो रही होती है।

  2. जैन इंगेनहाउस (1730-1799): प्रकाशसंश्लेषण की प्रक्रिया के दौरान सूर्य की महत्वपूर्णता को प्रायोगिक रूप से सिद्ध किया। उन्होंने दिखाया कि वनस्पतियों के केवल हरा भाग ही ऑक्सीजन छोड़ सकता है।

  3. जूलियस वॉन सैक्स (1854): उन्होंने प्रकाशसंश्लेषण प्रक्रिया में ग्लूकोज के उत्पादन के लिए प्रमाण प्रदान किया। उन्होंने देखा कि वनस्पतियों में हरा भाग ही जहां ग्लूकोज बनता है, और कि आमतौर पर ग्लूकोज स्टार्च के रूप में संग्रहित होता है।

  4. T.W. एंगेलमैन (1843 - 1909): वे हरे वाली लटिका, क्लैडोफोरा, पर काम कर रहे थे, जो एयरोबिक बैक्टीरिया के एक तरल के अंदर रखी गई थी। उन्होंने प्रकाशसंश्लेषण का पहला क्रियाशाखा दिया।

  5. कॉर्नेलियस वैन नियल (1897-1985): उन्होंने दिखाया कि प्रकाशसंश्लेषण मूल रूप से प्रकाशप्रभावित प्रतिक्रिया है, जिसमें ऑक्सीजन पानी से और न कि कार्बन डाइऑक्साइड से छुड़ाया जाता है। रासायनिक समीकरण प्रकाशसंश्लेषण के द्वारा उसके द्वारा परिचय किया गया था।



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