नीट टॉपर से नोट्स
एवरी, मेकलियोड और मैकार्टी प्रयोग
उद्देश्य:
मुख्य उद्देश्य था बैक्टीरिया में आनुवंशिक परिवर्तन के लिए जन्मजात मैक्रोमोलेक्युल निर्धारित करना।
पृष्ठभूमि:
ग्रिफिथ के परिवर्तन प्रयोग पर आधारित, जिसने दिखाया था कि किसी पदार्थ से गैर-संक्रामक बैक्टीरिया को संक्रामक बना सकते हैं।
प्रयोगात्मक प्रक्रिया:
एवरी, मेकलियोड और मैकार्टी ने स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया बैक्टीरिया के S स्ट्रेन से सेल्यूलर घटक (डीएनए, आरएनएस और प्रोटीन) को अलग किया और यह DNase, RNases और प्रोटीस के साथ इलाज किया।
इस सेल की निष्कर्षात्मक को गैर-संक्रामक आर स्ट्रेन के साथ मिश्रित किया गया
इस सेल का अंचन चूहों में सुरक्षात्मक किया गया
अवलोकन:
प्रयोग ने यह पता लगाया है कि जब सेल निष्कर्ष को प्रोटीज़ के साथ इलाज किया गया, तो संक्रामक S-स्ट्रेन विकसित हुआ। उल्टे, जब सेल निष्कर्ष को DNase के साथ इलाज किया गया, तो संक्रामक S-स्ट्रेन विकसित नहीं हुआ।
निष्कर्ष
यह प्रयोग बताया कि सेल्यूलर घटकों में डीएनए, आरएनए और प्रोटीन को उचित प्रकार से नष्ट करके जाने वाले एंजाइम का उपयोग करके आनुवंशिक परिवर्तन में केवल डीएनए का नष्ट होने से ही प्रतिबंधित हो जाता है।