नीट टॉपर से नोट्स

हरितरंग (Chloroplast) का ढांचा:

  • हरितरंग वनस्पति कोशिकाओं में पाए जाने वाले दोहरी-विमेम्ब्रेन वाले उपजाऊ तन्त्र होते हैं।
  • इनमें हरितरंग रंग का ऊतक, हरितमल कहलाने वाला विशेषांक, प्रकाश संवर्धन के लिए प्रकाश ऊर्जा को संवेदित करता है।
  • हरितरंगों में थायलेकॉइड (Thylakoid) मेम्ब्रेन धेरों (Grana) में व्यवस्थित होते हैं, जहां प्रकाश-उपचय-प्रतिक्रियाएँ संघटित होती हैं।
  • स्ट्रोमा (Stroma) एक द्रव भरी श्रेणी है, जहां कैलविन चक्र (अंधेरे प्रक्रियाएँ) स्थान लेता है।