अध्याय 01 गुड़िया (कविता)
मेले से लाया हूँ इसको
छोटी सी प्यारी गुड़िया,
बेच रही थी इसे भीड़ में
बैठी नुक्कड़ पर बुढ़िया।
मोल-भाव करके लाया हूँ
ठोक-बजाकर देख लिया,
आँखें खोल मूँद सकती है
वह कहती है पिया-पिया।
जड़ी सितारों से है इसकी
चुनरी लाल रंग वाली,
बड़ी भली हैं इसकी आँखें
मतवाली काली-काली।
ऊपर से है बड़ी सलोनी
अंदर गुदड़ी है तो क्या?
ओ गुड़िया तू इस पल मेरे
शिशुमन पर विजयी माया।
रखूँगा मैं तुझे खिलौनों की अपनी अलमारी में, कागज़ के फूलों की नन्हों रंगारंग फुलवारी में।
नये-नये कपड़े-गहनों से तुझको रोज़ सजाऊँगा, खेल-खिलौनों की दुनिया में तुझको परी बनाऊँगा।
- कुँवर नारायण
शब्दार्थ | |||
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शब्दार्थ - | मोड़, छोर, | गुदड़ी- | फटे-पुराने कपड़ों से बनाई गई, |
मूँद/मूंदना - | बंद/बंद करना | बिछावन | |
मूँद/मूंदना - | ओढ़नी, दुपट्टा, चुन्नी | शिशुमन | |
भली - | अच्छी, सुंदर | रंगारंग | -रंग-बिरंगी |
सलोनी- | सुंदर | रोज | -हर दिन |
1.कविता से
(क) गुड़िया को कौन, कहाँ से और क्यों लाया है?
(ख) कविता में जिस गुड़िया की चर्चा है वह कैसी है?
(ग) कवि ने अपनी गुड़िया के बारे में अनेक बातें बताई हैं। उनमें से कोई दो बातें लिखो।
2. तुम्हारी बात
(क) “खेल-खिलौनों की दुनिया में तुमको परी बनाऊँगा।” बचपन में तुम भी बहुत से खिलौनों से खेले होगे। अपने किसी खिलौने के बारे में बताओ।
(ख) “मोल-भाव करके लाया हूँ
ठोक-बजाकर देख लिया।” अगर तुम्हें अपने लिए कोई खिलौना खरीदना हो तो तुम कौन-कौन सी बातें ध्यान में रखोगे?
(ग) “मेले से लाया हूँ इसको
छोटी-सी प्यारी गुड़िया”
यदि तुम मेले में जाओगे तो क्या खरीदकर लाना चाहोगे और क्यों?
3. मेला
भारत में अनेक अवसरों पर मेले लगते हैं। कुछ मेले तो पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं।
(क) तुम अपने प्रदेश के किसी मेले के बारे में बताओ। पता करो कि वह मेला क्यों लगता है? वहाँ कौन-कौन से लोग आते हैं और वे क्या करते हैं? इस काम में तुम पुस्तकालय या बड़ों की सहायता ले सकते हो।
(ख) तुम पुस्तक-मेला, फ़िल्म-मेला और व्यापार-मेला आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करो और बताओ कि अगर तुम्हें इनमें से किसी मेले में जाने का अवसर मिले तो तुम किस मेले में जाना चाहोगे और क्यों?
4. कागज़ के फूल
कागज़ से तरह-तरह के खिलौने बनाने की कला को ‘आरिगैमी’ कहा जाता है। तुम भी कागज़ के फूल / वस्तु बनाकर दिखाओ।
5. घर की बात
तुम्हारे घर की बोली में इन शब्दों को क्या कहते हैं?
(क) गुड़िया
(ख) फुलवारी
(ग) नुक्कड़
(घ) चुनरी
6. मैं और हम
मैं मेले से लाया हूँ इसको
हम मेले से लाए हैं इसको
ऊपर हमने देखा कि यदि ‘मै’’ के स्थान पर ‘हम’ रख दें तो हमें वाक्य में कुछ और शब्द भी बदलने पड़ जाते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए दिए गए वाक्यों को बदलकर लिखो।
(क) मैं आठवीं कक्षा में पढ़ती हूँ।
हम आठवीं कक्षा ………………………………
(ख) मैं जब मेले में जा रहा था तब बारिश होने लगी।
(ग) मैं तुम्हें कुछ नहीं बताऊँगी। ………………………………..
7. शब्दों की दुनिया
दिए गए शब्दों के अंतिम वर्ण से नए शब्द का निर्माण करो-
मेला लाल लगन नया याद
पिया
खोल
शिशुमन