अध्याय 15 गीत
इसी जन्म में,
इस जीवन में,
हमको तुमको मान मिलेगा।
गीतों की खेती करने को,
पूरा हिंदुस्तान मिलेगा।
क्लेश जहाँ है,
फूल खिलेगा,
हमको तुमको त्रान मिलेगा।
फूलों की खेती करने को,
पूरा हिन्दुस्तान मिलेगा।
दीप बुझे हैं,
जिन आँखों के,
उन आँखों को ज्ञान मिलेगा।
विद्या की खेती करने को,
पूरा हिन्दुस्तान मिलेगा।
मैं कहता हूँ,
फिर कहता हूँ,
हमको तुम को प्रान मिलेगा।
मोरों सा नर्तन करने को,
पूरा हिन्दुस्तान मिलेगा।
- केदारनाथ अग्रवाल
अभ्यास
शब्दार्थ
मान $-$ आदर, सम्मान प्रान $-$ प्राण क्लेश $-$ पीड़ा नर्तन $-$ नृत्य, नाच त्रान $-$ भय के कारण से मुक्ति ज्ञान $-$ जानकारी, जानना
1. कविता से
(क) कवि फूलों, गीतों और विद्या की खेती क्यों करना चाहता है?
(ख) इसी जन्म में, इस जीवन में,
हमको तुमको मान मिलेगा।
इसमें किसे मान मिलने की बात कही गई है?
(ग) कविता की कुछ पंक्तियाँ छाँटकर लिखो जिनसे पता लगता है कि कवि को इस बात पर पूरा भरोसा है कि एक दिन सबको मान मिलेगा।
(घ) कविता में कवि बार-बार मान मिलने की बात करता है। मान मिलने से हमारे-तुम्हारे जीवन में क्या बदलाव आएगा?
2. समझाना
नीचे कविता में से कुछ पंक्तियाँ दी गई हैं। बताओ, इन पंक्तियों का क्या अर्थ हो सकता है?
(क) दीप बुझे हैं जिन आँखों के,
उन आँखों को ज्ञान मिलेगा।
(ख) क्लेश जहाँ है, फूल खिलेगा।
(ग) हमको तुमको प्रान मिलेगा।
3. मान-सम्मान
(क) तुम्हें अपने आस-पास यदि लगे कि किसी को सचमुच में आज भी मान-सम्मान नहीं मिला है और उसको तुम मान-सम्मान दिलाना चाहते हो तो उनके नामों की सूची बनाओ।
(ख) अपनी सूची में से किसी एक के बारे में बताओ कि उसे मान-सम्मान कैसे मिल सकता है?
4. रिक्त स्थान पूरे करो
नमूना $\Rightarrow$ वह मोर सा नाचता है।
(क) लक्की ……………. की तरह गरजता है।
(ख) सलमा ……………. की तरह दौड़ती है।
(ग) मेघाश्री की आवाज़ ……………. की तरह मीठी है।
(घ) मनीष के कान ……………. की तरह तेज़ है।
5. इन शब्दों की रचना देखो
अनुमान , अपमान
ये शब्द ‘मान’ शब्द में ‘अनु’ और ‘अप’ उपसर्ग लगाकर बनाए गए हैं। इसी प्रकार तुम भी ‘मान’ शब्द में कुछ दूसरे उपसर्ग लगाकर नए शब्द बनाओ।