अध्याय 15 बातचीत

शिक्षण बिंदु

मैं पढ़ता/ती हूँ। तुम पढ़ते/ ती हो।

हम पढ़ते / तीं हैं। आप पढ़ते / ती हैं।

तरूण : नमस्ते शोभा। हम बहुत समय बाद मिले।

शोभा : तरुण, नमस्ते।

तरूण : शोभा तुम आजकल किस कक्षा में पढ़ती हो?

शोभा : मैं कक्षा छह में पढ़ती हूँ।

तरूण : तुम्हारा विद्यालय कहाँ है?

शोभा : प्रधान डाकघर के पास है। और, तुम कहाँ पढ़ते हो?

तरूण : मैं आजकल चेन्नै में पढ़ता हूँ। वहाँ मेरे मामा जी रहते हैं। अच्छा शोभा, तुम्हारे विद्यालय में हिंदी कौन पढ़ाता है

शोभा : वरदा जी। वे बहुत अच्छा पढ़ाती हैं, हमें रोचक कहानियाँ सुनाती हैं, हिंदी के गीत भी सिखाती हैं।

तरूण : अरे, वे तो मेरी मौसी की सहेली हैं। मैं मौसी के साथ कभी-कभी उनके घर जाता हूँ। वे बहुत अच्छी-अच्छी बातें करतीं हैं।

शोभा : तुम ठीक कहते हो। अच्छा तरुण! आजकल शाम को तुम क्या करते हो?

तरूण : शाम को मैं एक घंटे खेलता हूँ। मेरे घर के पास एक अच्छा मैदान है। हम लोग फुटबाल खेलते हैं। कभी-कभी क्रिकेट भी खेलते हैं। शोभा, तुम कौन-सा खेल खेलती हो?

शोभा : मैं खो-खो खेलती हूँ। मैं कभी-कभी भाई बहनों के साथ अंत्याक्षरी भी खेलती हूँ।

तरूण : अं्याक्षरी बुद्धि का खेल है।

शोभा : हाँ, तरुण इससे याद करने की क्षमता बढ़ती है। मस्तिष्क का व्यायाम भी आवश्यक हैं।

तरूण : मैं यह मानता हूँ, अब मैं खेल के साथ-साथ अंत्याक्षरी भी खेलूँगा।

अभ्यास

1. पढ़ो और बोलो

${}$ $ \begin{array}{llllll} \text { सहेली } & \text { विद्यालय } & \text { बुद्धि का खेल } & \text { कभी-कभी } & \text { सीखना } & \text { व्यायाम } \\ \text { सुबह } & \text { भागना } & \text { चाचा जी } & \text { अंत्याक्षरी } & \text { दिन में } & \text { याद करना } \\ \text { मामा जी } & \text { चैनैनै } & \text { शाम को दौड़ना } & \text { अध्यापिका } & \text { प्रधान डाकघर } \end{array} $

2. पढ़ो और समझो

(क)

पुल्लिंग स्त्रीलिंग
मैं पढ़ता हूँ।
गाता हूँ।
पढ़ती हूँ।
गाती हूँ।
तुम खेलते हो।
खाते हो।
खेलती हो।
खाती हो।
हम सीखते हैं। सीखती हो।
आप सुनते हैं। सुनती हो।

(ख)

${}$ $ \begin{array}{lll} \text { सिखाना - पढ़ाना } & \text { ठीक } & \text { - गलत } \\ \text { सहेली - सखी } & \text { कल } & \text { - आज } \\ \text { व्यायाम - कसरत } & \text { सुबह } & \text { - शाम को } \\ \text { मस्तिष्क - दिमाग } & \text { जाना } & \text { - आना } \end{array} $

  1. कोष्ठक में दी हुई क्रियाओं की सहायता से रिक्त स्थानों की पूर्ति करो

पुल्लिंग

  1. मैं दूध ………………………….. (पी)

  2. तुम केला ………………………….. (खा)

  3. हम विद्यालय ………………………….. (जाना)

स्त्रीलिंग

  1. मैं गाना ………………………….. (सीख)

  2. तुम कबड्डी ………………………….. (खेल)

  3. हम हिंदी ………………………….. (पढ़)

3. नमूने के अनुसार वाक्य बदलो

नमूना:

मैं शरबत पीता हूँ ।

मैं चाय नहीं पीता।

  1. मोहन क्रिकेट खेलता है। (फुटबाल) …………………………..
  2. शीला गाना गाती है। (नाचना) …………………………..
  3. पिता जी सवेरे टहलते हैं। (तैरते) …………………………..
  4. माता जी रोज़ दूध पीती हैं। (चाय) …………………………..
  5. वे बच्चे शाम को खेलते हैं (पढ़ना) …………………………..

4. अपनी दिनचर्या के अनुसार वाक्य पूरे करो

  1. मैं सुबह…………………………..उठता हूँ।

  2. हम दिन में…………………………..खाते हैं।

  3. हम सुबह…………………………..स्नान करते हैं।

  4. मैं शाम को…………………………..क्रिकेट खेलता हूँ।

  5. मैं सुबह …………………………..स्कूल जाता हूँ।

  6. हम रात में …………………………..सोते हैं।

5. प्रश्नों के उत्तर दो

  1. तुम्हारा विद्यालय कहाँ है?

  2. अध्यापिका हिंदी कैसे पढ़ाती हैं?

  3. शोभा कौन-से खेल खेलती है?

  4. अंत्याक्षरी खेलना क्यों चाहता है?

योग्यता विस्तार

  • छात्र आपस में एक दूसरे की रुचियों के बारे में बातचीत करें (जैसे- चित्र बनाना, कहानी पढ़ना, घूमना-फिरना, संगीत/नृत्य सीखना आदि)।


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