पाठ 14 बसवा का खेत
मैं हूँ बसवा। मैं कर्नाटक के बेलवनिका गाँव में रहता हूँ। मेरे अप्पा किसान हैं। जुलाई का महीना है। हर बार की तरह इस बार भी, अप्पा प्याज़ की फ़सल उगाने की तैयारी में हैं। खेती करने के लिए अप्पा को कितने सारे काम करने पड़ते हैं। जब ज़रूरत पड़ती है, तो अप्पा मुझे अपने साथ खेत में ले जाते हैं। पिछले कुछ दिनों में अप्पा ने ‘खुँटी’ की मदद से खेत की मिट्टी को नरम किया है।
पता करो
- बसवा के इलाके में तो ‘खुँटी’ से खेत की मिट्टी को नरम करते हैं। तुम्हारे इलाके में इसे क्या कहते हैं? उसका चित्र बनाओ और चर्चा करो।
अध्यापक के लिए-इस पाठ में प्याज़ की फ़सल का एक उदाहरण मात्र लिया है। अपने इलाके की या आस-पास की किसी एक फ़सल को उगाने में किए गए कार्यों पर भी चर्चा करवाई जा सकती है। बच्चों से नक्शे में कर्नाटक देखने को कहें।
- किसी किसान या अपने बड़ों से पूछो कि उनके इलाके में खेतों में क्या-क्या उगाया जाता है?
खवेती का हुणर
अप्पा इस बार भी खेत में प्याज़ के बीज बोएँगे। बैल ‘कूरिगे’ को खींचते जाएँगे और अप्पा पीछे-पीछे बीज डालते जाएँगे। अप्पा को इस तरह कूरिगे में बीज डालते देख मेरा भी ऐसा करने को मन करता है, पर शायद मैं इसके लिए अभी छोटा हूँ। अप्पा मुझे बीज नहीं डालने देते, कहीं मेरे हाथों से ज़्यादा बीज न गिर जाएँ। थोड़े-थोड़े बीज गिराना बहुत मुश्किल है। पता नहीं मैं कब कर पाऊँगा।
- जानवर के अलावा और किसी तरीके से खेत को जोता जा सकता है?
प्याज़ की फ्रसल
बीज बोए लगभग बीस दिन हो गए हैं। प्याज़ के छोटे-छोटे पौधे निकल आए हैं। साथ ही निकल आई हैं-खरपतवार। तुम जानते हो न खरपतवार? तुमने किसी खेत या बगीचे में देखा ही होगा कि कुछ पौधे बिना बोए अपने आप ही उग आते हैं। वह ही होती है-खरपतवार! अप्पा कहते हैं कि इसे निकालना बहुत ज़रूरी है। नहीं तो सारा खाद-पानी खरपतवार ही ले लेगी और प्याज़ की फ़सल कम हो जाएगी। मैं भी खरपतवार निकालने में अप्पा, अम्मा और काका की मदद करूँगा।
प्याज़ के खेत में
हर रोज़ पौधों को बढ़ता देख मुझे बहुत खुशी होती है। अब तो ये पौधे खूब बड़े हो गए हैं। मेरे घुटनों तक ऊँचे-ऊँचे! पत्ते भी पीले होकर सूख गए हैं। अब प्याज़ निकालने के लिए बिलकुल तैयार हैं।
- जिस फ़सल को आपने खेत में लगे देखा है उसका चित्र बनाओ।
जानते हो क्यों ?
अब प्याज़ के तैयार पौधों को निकालना है। प्याज़ की फ़सल में यह काम सबसे अधिक ज़रूरी है। अप्पा, अम्मा, काका, छोटी माँ और मैं-सभी जुटकर यह काम करेंगे। समय से प्याज़ नहीं निकाले, तो सारे प्याज़ ज़मीन के नीचे ही सड़ जाएँगे। फिर तो सारी मेहनत बेकार हो जाएगी। बसवा स्कूल के बाद और छुट्टियों में अपने माता पिता की खेत में मदद करता है।
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क्या तुम भी बसवा की तरह किसी काम में अपने घर के बड़ों की मदद करते हो? किस काम में?
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वह काम करना तुम्हें कैसा लगता है?
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प्याज़ की फ़्रसल
अरे वाह! इस बार तो बहुत मोटे-मोटे प्याज़ निकले हैं। घर में सभी बहुत खुश हैं। अम्मा और छोटी माँ ने ‘इलिगे’ की मदद से प्याज़ को पौधे से अलग कर लिया है। हाथों को इलिगे पर ध्यान से चलाना होता है, नहीं तो हाथ कटने का डर रहता है। अप्पा और काका ने मिलकर प्याज़ को बड़ी-बड़ी बोरियों में भर कर बाँध दिया है। अब अप्पा इन्हें मंडी में बेचने के लिए ट्रक में लेकर जाएँगे।
प्रश्नों के उत्तर कॉपी में लिखो
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बसवा को खेत में अप्पा की मदद स्कूल के बाद और छुट्टियों में ही क्यों करनी चाहिए।
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क्या तुम्हारे घर के आस-पास कोई खेत है? वहाँ क्या-क्या उगाया जाता है?
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बसवा के अप्पा, मंडी में प्याज़ बेचने के लिए ट्रक में जाते हैं। सोचो, जिन जगहों पर पक्की सड़क नहीं होती, वहाँ फल-सब्ज़्यियों को कैसे ले जाया जाता होगा?
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कौन-कौन सी गाड़ियों में फल और सब्ज़ियाँ ले जाई जाती हैं? किसी एक गाड़ी का चित्र कॉपी में बनाओ।
पता करो और लिखो
- यहाँ कुछ ऐसे औज़ारों के चित्र बने हैं, जिनके नाम इस पाठ में आए हैं। इनके नाम लिखो। यह भी लिखो कि तुम्हारे इलाके में इन्हें क्या कहते हैं? ये औज़ार किस काम आते हैं?
नाम (पाठ में) ___________________
तुम्हारे इलाके में नाम ___________________
काम ___________________
नाम (पाठ में) ___________________
तुम्हारे इलाके में नाम ___________________
काम ___________________
नाम (पाठ में) ___________________
तुम्हारे इलाके में नाम ___________________
काम ___________________
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फ़सल उगाने के लिए कई तरह के काम करने होते हैं। इन चित्रों को देखो और उन पर सही क्रम लिखो।
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अपने इलाके में उगाई जाने वाली किसी फ़सल के बारे में पता करो। वह कैसे उगाई जाती है? क्रम से कॉपी में चित्र बनाओ।