- हरीश खुल्लर के 20 वीं सदी के भारतीय आधुनिक और समकालीन कला के व्यापक संग्रह का एक व्यापक दस्तावेज़ीकरण “द जेम्स ऑफ इंडियन आर्ट” का लॉन्च। लगभग 300 पन्नों की इस पुस्तक का अनावरण मंत्री श्री नितिन गडकरी, श्री अर्जुन राम मेघवाल और श्री एस.पी.एस. ने किया।
- केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री परषोत्तम रूपाला ने गुजरात के राजकोट में इंजीनियरिंग एसोसिएशन में “सागर परिक्रमा” नामक पुस्तक और वीडियो का विमोचन किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंन्री, डॉ. संजीव कुमार बालियान, डॉ. एल. मुरुगन और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
- नॉन-फिक्शन के महिला पुरस्कार ने छह पुस्तकों की अपनी शॉर्टलिस्ट की घोषणा की है, जिसमें भारतीय-त्रिटिश पत्रकार और टिप्पणीकार मधुमिता मुर्गिया की “कोड डिपेंडेंट: लिविंग इन द शैडो ऑफ एआई" भी शामिल है। पुस्तक मानव समाज पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता के प्रभाव की पड़ताल करती है।
- 19-21 मार्च 2024 को आयोजित डिब्नूगढ़ विश्वविद्यालय अंतर्राष्ट्रीय साहित्य महोत्सव में एक उल्लेखनीय साहित्यिक कृति का शुभारंभ हुआ - पहला मगही उपन्यास, ‘फूल बहादुर’ का अंग्रेजी अनुवाद। यह अनुवाद बिहार के नालंदा के प्रसिद्ध लेखक अभय के ने किया था।
- एस. रमन की आत्मकथा, “फॉम ए कार शेड टू द कॉर्नर रूम एंड बियॉन्ड", एसबीआई में एक क्लर्क से लेकर केनरा बैंक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक और सेवी के पूर्णकालिक सदस्य बनने तक की उनकी उल्लेखनीय यात्रा का प्रथम-व्यक्ति विवरण प्रस्तुत करती है। यह पुस्तक व्यक्तिगत ईमानदारी, पेशेवर चुनौतियों और वित्तीय दुनिया में प्रणालीगत मुद्धों के बीच जटिल नृत्य की पड़ताल करती है।