याद रखने के सिद्धांत (Yaad Rakhne Ke Siddhant)

केपलर के नियम:

  • गोलारेखा का नियम: सूर्य के चारोंो ओर गोलाकार ट्रैक या पथ में ग्रह गतिशील होते हुए योजित करें और सूर्य को एक में।

  • बराबर क्षेत्रों का नियम: एक ग्रह को सूर्य से जोड़ने वाली एक रेखा का चित्र बनाएं। समय बीतते हुए, इस रेखा ने बराबर क्षेत्रों को समान समय अवधियों में खींचा है।

  • सामंत्रिकता के नियम: पृथ्वी को सूर्य के चारों ओर गोल घूमने के लिए लगने वाले समय का वर्ग पृथ्वी की औसत दूरी के घन के समान है, सोचें।


केंद्रग्रामीय बल:

  • दूरभाग में आपात बिना थारों के खींचने के रूप में केंद्रग्रामीय बल को सोचें, जो वस्तुओं को उनकी वृत्तीय यात्रा के केंद्र की ओर खींचते हैं।

  • वृत्तीय मार्ग में चलने वाले शरीरों के लिए आवश्यक केंद्रग्रामीय बल की आवश्यकता उनकी वेग के वर्ग से जुड़ी है और व्यास के अद्वितीय योग से उलटी है।


गैलीलियन गति का नियम:

  • एक सतर्कता लगाए बजर पर सोचें। यदि अचलचित्त है, तो यह स्थिर रहता है। यदि एक परेशानी दे दी जाए, तो यह सीधी रेखा में अनंत रूप से घूमता रहता है।

  • जब एक बल एक चलती वस्तु पर काम करता है, तो उसके तेजी के माप के डिसाइनक्टर रूप में उसकी तेजी सीधीता एवं वस्तु के भार से उलटी संबंधित होती है।


गुरुत्वाकर्षण का नियम:

  • सोचें कि ब्रह्मांड के हर कण पर अनुदेशित रस्सी के साथ आपस में खींचने हों - जितना अधिक मास, उत्कर्षक की खींच भी उत्कर्षक होंगी।

  • इस प्राकृतिक सार्वभौमिक आकर्षण को ग्रेविटी कहते हैं, जो किसी भी वस्तुओं के बीन में माप या दूरी के अवधि के बावजूद, मास के साथ काम करता है।