शरीर पर बल: एकाधिक शरीरों से जुड़ी समस्याएं विषय

Concepts to Remember



1. एक शरीर पर कई बलों का प्रभाव:

  • सोचिए एक हाथ से एक बक्से को धकेलते हुए, जबकि कोई दूसरा उसे विपरीत दिशा में खींच रहा है। ये प्रतिरोधी बल बक्से की गति पर प्रभाव डालते हैं।


2. न्यूटन के गति के नियम:

  • न्यूटन का पहला नियम: शांति स्थिति में एक वस्तु स्थिर बनी रहती है, जबकि गतिविधि में एक निर्धारित वेग के साथ स्थायी रहती है, जब तक कि इस पर किसी परिधिमित बल का प्रभाव न हो।
  • न्यूटन का द्वितीय नियम: एक वस्तु के त्वरण को उस पर लागू किए गए निष्कर्षित बल के प्रतिष्ठापन के साथ सीधे संचरण से पूर्णांकित किया जाता है और उसकी भार के प्रतिष्ठापन के प्रतिपूर्ति के साथ उलटा।
  • न्यूटन का तीसरा नियम: हर क्रिया का एक समान और विरोधी प्रतिक्रिया होती है।


3. वेक्टरों को ड्रा करना और निरक्षित करना:

  • ताकत को मात्रा (लंबाई) और दिशा के साथ तीरों के रूप में प्रदर्शित करें। ताकतों को उनके घटकों में विभाजित करें (जैसे, क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर)।


4. शांतिपूर्ण संतुलन:

  • जब किसी वस्तु पर नेट बल शून्य होता है, तो वस्तु शांतिपूर्ण संतुलन में होती है और बाहरी बलों के बदलने तक नहीं हिलेगी।


5. भ्रामक बल:

  • त्वरित संदर्भ ढ़ाँचे में (जैसे कि एक चलती कार) गैर-अस्थाई बलों का प्रभाव आपूर्ति होते हैं (जैसे, तेजी से मंद या ऊपर उठाने का अनुभव)।


6. समविन्यासी और असमविन्यासी बल:

  • समविन्यासी बल एक सामान्य बिंदु पर मिलते हैं, जबकि असमविन्यासी बल नहीं। उनके परिणामी बल को अलग तरीके से की गई गणना करें।


7. घर्षण और इसके प्रभाव:

  • घर्षण दो सतहों के बीच गति का विरोध करता है। यह वस्तुओं को धीमी करके या उन्हें गर्म करके प्रभावित करता है।


8. टर्मिनल वेग:

  • एक बद्धता (जैसे हवा या पानी) से गिरते हुए एक वस्तु द्वारा प्राप्त नियत वेग। जब वायु प्रतिरोध से उसका भार समान बनता है।


9. परियोजना गति:

  • एक वस्तु द्वारा चलाए जाने वाले एक वस्तु (जैसे, एक फेंकी गई गेंद) द्वारा पथ। यह गुरुत्वाकर्षण के प्रभावित आयताधिपत्य और ऊर्ध्वाधरिता को मिलाता है।


10. केंद्रग्रामीय बल:

  • बस्तियों को एक वृत्ताकार पथ में गति में रखने वाला बल। परिपत्र केंद्र की ओर दिशारूप होता है (जैसे, गाड़ियों को एक मँडराने वाले ट्रैक पर जाने के प्रत्यायित करने वाला बल)।


11. कार्य और ऊर्जा:

  • कार्य एक आदर्श पर कोई बल काम करने पर संचारित ऊर्जा है। ऊर्जा विभिन्न रूपों में आती है (जैसे, गतिशील और संभावित ऊर्जा)।


12. शक्ति:

  • शक्ति कार्य की दर या ऊर्जा का संचार (वाट में मापा जाता है) है।


13. सन्‍मोह और गति:

  • सन्‍मोह (बल x समय) एक वस्तु की गति (भार x वेग) को बदलता है। न्यूटन के तृतीय नियम के अनुसार, सन्‍मोहमान बल बराबर परन्तु उलटे मात्रा में होते हैं।


14. ऊर्जा का संरक्षण:

  • एक बंद सिस्‍टम की कुल ऊर्जा स्थिर रहती है, हालांकि यह रूप बदल सकती है (जैसे, संभावित ऊर्जा से गतिशील ऊर्जा)।


15. गतिशीलता का संरक्षण:

  • एक बंद सिस्‍टम की कुल गतिशीलता स्थिर रहती है, यहां तक कि व्यक्तिगत वस्तुओं की गतिशीलताएं संबंधित क्रियाओं के दौरान बदलने के बावजूद कुल गतिशीलता समान होती है।


विषयसूची