शरीर संरचना और क्रियात्मक जैव-सांयोजन विषय (Shariir Sanrachna Aur Kriyaatmak Jeev-Saanyojan Vishay)
सेल संरचना और कार्य
- सेल सिद्धांत:
- जीवन की मूल इकाई
- सेल पूर्व मौजूदा सेलों से उत्पन्न होती हैं
- सभी जीव सेलों से बने होते हैं
- प्रोकैरियोटिक और यूकेरियोटिक सेल:
- प्रोकैरियोटिक: कोई ईंधन या मेम्ब्रेन-बाउंड उपकर्ण नहीं होता
- यूकेरियोटिक: नाभिसंचय और मेम्ब्रेन-बाउंड उपकर्ण होते हैं
- सेल मेम्ब्रेन:
- छांट के अनुरूप जल वायु पृथक्करण फॉस्फोलिपिड रेजात्मक बाइलेयर
- सेल में जो दाखिल होता है और बाहर निकलता है, उसे नियंत्रित करता है
- साइटोप्लाज़म:
- सेल को भरनेवाली जेलीज़ तरल पदार्थ
- सभी सेल उपकर्णों को सम्पंदन करता है
- नेक्लिएस:
- सेल का नियंत्रण केंद्र
- सेल का डीएनए रखता है
- न्यूक्लेस:
- यहां में राइबोज़ोम संश्लेषण के लिए परिधि होती हैं
- राइबोसोम्स:
- प्रोटीन बनाते हैं
- अंत: प्लाज्मिक रेटिक्यूलम:
- परिवहन के लिए आरामदायक परिधियों का नेटवर्क
- वसा और प्रोटीन संश्लेषण में संलग्न
- गोल्गी उपकर्ण:
- प्रोटीन और वसा को संशोधित, छांटी और पैक करता है
- लाइसोसोम:
- अपघटन के एंजाईम्स को संग्रहण करते हैं जो कीटाणुओं और सेल के अंशों को तोड़ देते हैं
- माइटोकोंद्रिया:
- सेल के लिए ऊर्जा उत्पन्न करते हैं
- क्लोरोप्लास्ट:
- पौधे की सेलों में फोटोसंश्लेषण करते हैं
- वैक्युओल्स:
- सेल के लिए सामग्री संग्रहण करने वाले मेम्ब्रेन-बाउंड पोत