संक्षिप्त विधियाँ
1 : अम्ल और आधार
- आरेनियस सिद्धांत: यह परिभाषित करता है कि अम्ल वे पदार्थ होते हैं जो जलीय समाधानों में H⁺ आयन (प्रोटॉन) उत्पन्न करते हैं और आधार वे पदार्थ होते हैं जो OH⁻ आयन उत्पन्न करते हैं।
- ब्रॉन्स्टेड-लोव्री सिद्धांत: यह परिभाषित करता है कि अम्ल प्रोटॉन (H⁺) दाता होते हैं और आधार प्रोटॉन स्वीकारक होते हैं।