JEE Main vs JEE Advanced Understanding the difference
JEE Main vs JEE Advanced: अंतर को समझना
यदि आप एक JEE (ज्वाइंट प्रवेश परीक्षा) की आकांक्षी हैं, तो आपको इस श्रृंखला में दो मुख्य परीक्षाओं - JEE Main और JEE Advanced के बारे में पता होगा। ये परीक्षाएं भारत में प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों, जैसे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में प्रवेश के लिए गेटवे हैं। JEE Main और JEE Advanced के बीच के अंतर को समझना, हर JEE छात्र के लिए महत्वपूर्ण है। चलिए विवरण में घुसें और इन दो परीक्षाओं के बीच की अनुचितताओं का पता लगाएं।
JEE Main: पहला कदम
JEE Main, JEE परीक्षा प्रक्रिया का आदिकालिक चरण है। यह राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा सालाना दो बार, जनवरी और अप्रैल में आयोजित की जाती है। JEE Main प्रमुख रूप से JEE Advanced के लिए एक योग्यता परीक्षा के रूप में कार्य करती है। हालांकि, यह NITs (राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान), IIITs (भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान) और अन्य केंद्रीय धन।योजित तकनीकी संस्थानों में प्रवेश के लिए एक स्वतंत्र परीक्षा के रूप में भी कर्य करती है।
यहां JEE Main के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो समझने के लिए हैं:
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परीक्षा पैटर्न: JEE Main में दो पेपर होते हैं - B.E./B.Tech के लिए पेपर 1 और B.Arch/B.Planning के लिए पेपर 2। परीक्षा कंप्यूटर आधारित मोड में आयोजित की जाती है, केवल Paper 2 में ड्राइंग सेक्शन को छोड़कर, जो की मुद्रित मोड में होता है।
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पाठ्यक्रम: JEE Main का पाठ्यक्रम सीबीएसई (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) के 11 और 12 वीं कक्षा के लिए आधारित है। इसमें भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित से संबंधित विषयों का अध्ययन किया जाता है।
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कठिनाई स्तर: JEE Main, JEE Advanced की तुलना में संयुक्त एकदिवसीय नमूनों के रूप में माना जाता है। यह छात्रों के मूलभूत अवधारणाओं और समस्या हल करने की क्षमता की जांच करती है।
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पात्रता मानदंड: ऐसे छात्र, जिन्होंने फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित को अनिवार्य विषय के रूप में अपने 10+2 परीक्षा या समकक्ष के साथ पास कर लिया है, केवल JEE Main के लिए पात्र हो सकते हैं।
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रैंक की गणना: JEE Main में रैंक उम्मीदवार द्वारा प्राप्त परिणामानुसार गणना की जाती है। रैंकिंग के लिए दो प्रयासों में से अधिकतम प्रतिशत स्कोर को महत्व दिया जाता है।
JEE Advanced: सबसे मुश्किली चुनौती
JEE Advanced, JEE परीक्षा प्रक्रिया का दूसरा चरण है और इसे IITs में एक प्रमाणित संस्थान द्वारा रोटेशनल आधार पर आयोजित किया जाता है। केवल JEE Main से शीर्ष 2,50,000 उम्मीदवार (आरक्षित श्रेणियों सहित) JEE Advanced के लिए पात्र होते हैं। यह परीक्षा अपने कठिनाई स्तर के लिए जानी जाती है और यह विश्व में सबसे कठिन इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं में से एक मानी जाती है।
चलिए JEE Advanced के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं का पता लगाएं:
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परीक्षा पैटर्न: JEE Advanced में दो पेपर होते हैं - पेपर 1 और पेपर 2। दोनों पेपर अनिवार्य हैं और कंप्यूटर आधारित मोड में आयोजित किए जाते हैं।
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पाठ्यक्रम: JEE Advanced का पाठ्यक्रम अधिक व्यापक होता है और JEE Main से अतिरिक्त विषयों को भी शामिल करता है। यह संवेदनशीलता के आतमविश्वास की जांच और समस्याओं को हल करने की क्षमता की जांच करता है।
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सामान्यता स्तर: JEE Advanced, JEE Main से बहुत अधिक कठिन होता है। इसमें विश्लेषणात्मक सोचने और समस्या समाधान कौशल की उच्चतम स्तर की आवश्यकता होती है।
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पात्रता मापदंड: केवल उम्मीदवार जो JEE Main में योग्यता प्राप्त करते हैं और निर्दिष्ट कटऑफ को पूरा करते हैं, वे JEE Advanced के लिए पात्र होते हैं।
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गणना क्रम: JEE Advanced में रैंकिंग परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर गणित होती है। अंतिम रैंक विभिन्न IITs और अन्य प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश का निर्धारण करता है।
निष्कर्ष
JEE Main और JEE Advanced के बीच का अंतर समझना JEE उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण है। JEE Main JEE Advanced और NITs और IIITs में प्रवेश के लिए एक योग्यता परीक्षा के रूप में कार्य करता है, जबकि JEE Advanced IITs में सीट सुरक्षित करने के लिए एक अंतिम चुनौती है। पाठ्यक्रम, कठिनाई स्तर और पात्रता मानदंड इन दो परीक्षाओं के बीच में सार्वजनिक रूप से भिन्न होते हैं।
एक JEE छात्र के रूप में, यह महत्वपूर्ण है कि आप JEE Main और JEE Advanced के लिए रणनीतिक रूप से तैयार हों। सिद्धांतों का मजबूत आधार बनाना, समस्या समाधान करना और समय प्रबंधन इन परीक्षाओं में सफलता के महत्वपूर्ण पहलु हैं। ध्यान दें, मेहनत, समर्पण और सहनशीलता आपके लक्ष्य प्राप्ति के कुंजी हैं। शुभकामनाएं!